Saturday, 21 November 2015

for vii std खानपान की बदलती तस्वीर question answers

                                  खानपान  की  बदलती   तस्वीर

निबंध से
उ.1. लेखक का तात्पर्य यह है ;-  आज प्रत्येक घर खानपान की मिश्रित संस्कृति को अपना रहा है | मिश्रित का अर्थ है मिला-जुला | एक-साथ कई प्रकार के व्यंजनों का सेवन प्रचलन बन गया | हम हर संस्कृत के खानपान को अपनाते हैं | 
         मेरा घर चेन्नई में है | इडली-चावल मुख्य भोजन है लेकिन हमारे घर में इडली –चावल से ज्यादा रोटी-चने ,बर्गर व नूडल आदि अधिक पसंद किए जाते हैं | यह सब घर में ही बनाते हैं |  
उ.2. खानपान में बदलाव से निम्नलिखित फ़ायदे हैं :-
     * राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिला है |
     * फास्ट फूड के कारण खाना जल्दी बनता है|
     * स्वाद, स्वास्थ्य, व सरसता के आधार पर भोजन का चयन कर पाना |
     * देश विदेश के व्यंजन मालूम होना |
   लेखक इस बदलाव को लेकर चिंतित भी हैं :-
·         स्थानीय भोजन का चलन अपना महत्व खो रहा है |
·         मौसमी व्यंजन अपना महत्व खो चुके हैं |
·         नई पीढ़ी फास्ट-फूड को अधिक महत्व देती हैं |
उ.3. स्थानीयता का अर्थ है किसी विशेष स्थान के खाने-पीने का विशेष व्यंजन |हर क्षेत्र का अपना एक विशेष प्रकार का खानपान प्रचलित होता है | इसको स्थानीयता कहा जाता है | जैसे गुजरात का ढोकला, पंजाब की कढ़ी और साग आदि भी प्रसिद्ध है |   
+भाषा की बात
       1. सीना-पिरोना – यह सीने-पिरोने का काम दर्जी का है |
       2. भला-बुरा    - उसने मुझे भला-बुरा कहा|
       3. चलना फिरोना  - वह लड़की जल्दी चलने फिरने लगेगी |
       4. लंबा- चौड़ा     - भीम का शरीर लंबा- चौड़ा था | 
      5. कहा-सुनी         - विशाली की माँ के साथ कहा-सुनी हो गई |
      6. घास-फूस         -  गाय घास-फूस खाती है |
उ.2. आराम-नींद- सपना-गाड़ी-दफ्तर-अफसर- कम-आराम |

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