Friday, 20 November 2015

VII STD FA - 3 PORTIONS अनुच्छेद - 2




For 7th class                    अनुच्छेद -2

मेरा देश महान

         रामायण में एक स्थान पर राम ने कहा है “ जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादापि गरीयसी “| अर्थात माता और मातृ-भूमि स्वर्ग से भी महान हैं | स्पष्ट है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी मातृ-भूमि, अपने देश पर गर्व है पर करता है | मुझे भी अपने देश पर गर्व है | मेरे देश का नाम भारतवर्ष है | यह नाम दुष्यंत-पुत्र भरत के नाम पर रखा गया है | भरत के तीन ओर समुद्र है और उत्तर दिशा में विशाल हिमालय इसकी रक्षा करता है | प्राकृतिक दृष्टि से भारत अत्यंत समृद्ध है |यहाँ एक ओर विशाल पर्वत-शृंखलाएँ हैं , तो दूसरी ओर गंगा –यमुना कामैदान भी है | यहाँ विस्तृत मरुस्थल है तो इसका विशाल प्रदेश पठारी भी है | भारत में अनेक धर्मों और जातियों के लोग मिल-जुल कर रहते हैं | यहाँ अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं | यहाँ अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं | सभी लोग मिल- जुलकर तथा अन्यों के लिए कल्याणकारी कार्य करते हैं, परस्पर सदभाव से रहते हैं | भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है | विश्व को अहिंसा और सत्याग्रह के अस्त्र भारत ने ही दिए हैं | भारत के बारे में इकबाल के शब्दों में यही कहा जा सकता है_” सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तान हमारा “ |

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